नई दिल्ली। ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंक कई तरह की सर्विसेज (Bank Services) देती हैं। जिनमें नेट बैंकिंग से लेकर एसएमस के जरिए बैलेंस चेक करना, एटीएम एवं चेक का इस्तेमाल आदि शामिल हैं। बैंक इन चीजों के बदले कस्टमर्स से कुछ चार्ज लेती है। ज्यादातर बैंकों की ओर से एटीएम से एक तय सीमा के ज्यादा रुपए विड्रॉल (Cash Withdrawl) पर अतिरिक्त शुल्क लिया जाता था। मगर यही नियम अब पैसों को जमा (Extra Charge On Deposit Money) करने पर भी लागू होगा। अब लोगों को बैंक खाते में ज्यादा बार रुपए जमा करने पर भी कुछ चार्ज का भुगतान करना पड़ेगा। ये नियम नवंबर से प्रभावी होगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने इस नियम को पहले ही लागू कर दिया है। ऐसे में चालू खाते, कैश क्रेडिट लिमिट और ओवरड्राफ्ट खाते से पैसे जमा और निकालने के लिए अलग-अलग शुल्क निर्धारित की गई हैं। अगले माह से ग्राहक लोन खाते के लिए महीने में तीन बार के बाद जितनी बार भी पैसा निकालेंगे, उन्हें 150 रुपए देने होंगे। वहीं पैसा जमा करने को लेकर बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी, एक्सिस और सेंट्रल बैंक जैसे बड़े बैंक जल्द ही फैसला लेंगे।
तीन बार रहेगा फ्री
नए नियम के मुताबिक खाताधारकों के लिए तीन बार तक रकम जमा करना फ्री होगा, लेकिन अगर ग्राहकों ने चौथी बार या इसके बाद पैसे जमा किए, तो उन्हें 40 रुपए अतिरिक्त शुल्क चुकाना होगा। वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी बैंकों ने इसमें कोई राहत नहीं दी है। हालांकि जनधन खाताधारकों को इसमें थोड़ी राहत दी गई है। उन्हें पैसा जमा करने पर कोई चार्ज नहीं देना होगा, लेकिन रुपए निकालने पर 100 रुपए देने होंगे।
जानें किन चीजों पर चुकाना होगा शुल्क
अगर कोई कस्टमर सीस, चालू व ओवरड्राफ्ट खाते में प्रतिदिन एक लाख रुपये तक जमा करते हैं, तो यह सुविधा निशुल्क होगी। मगर इससे ज्यादा पैसे जमा करने पर बैंक अतिरिक्त चार्ज लेगा। ऐसे खाताधारकों के एक लाख से ज्यादा जमा करने पर प्रति एक हजार रुपए पर एक रुपये चार्ज देना होगा। इसलिए न्यूनतम शुल्क 50 रुपए जबकि अधिकतम 20 हजार रुपए होगी। इसी तरह सीसी, चालू व ओवरड्राफ्ट खातों से एक महीने में तीन बार पैसे फ्री में निकाले जा सकते हैं। चौथी बार से प्रत्येक विड्रॉल पर उन्हें 150 रुपए चुकाने होंगे।
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