नई दिल्ली। यूं तो ज्यादातर लोग अपने भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए पेंशन स्कीम में निवेश करते हैं। मगर कोरोना वायरस के चलते देशभर में हुए लॉकडाउन (Lockdown) के कारण कई लोग बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में उन्होंने पेंशन स्कीमों में निवेश नहीं किया है। इसका असर प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना (Pradhan Mantri Shram Yogi Maandhan- PM-SYM) पर भी पड़ा है। जुलाई में पीएमएसवाईएम से सिर्फ 12,500 वर्कर्स जुड़े हैं। जबकि पहले हर महीने औसतन 1 लाख से ज्यादा वर्कर्स इसमें निवेश करते थे।
जानकारों के मुताबिक असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले ज्यादातर लोगों की नौकरी जाने की वजह से पेंशन स्कीम में इंवेस्ट करने वालों की संख्या में गिरावट आई है। 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन लगाए जाने से कामगारों की नौकरी और आमदनी छिन गई। जिस वजह से रजिस्ट्रेशन कम हो गया। फरवरी में पेंशन स्कीम में 1,89,000 रजिस्ट्रेशन हुआ था। जबकि पिछले साल अक्टूबर में यह 5 लाख से अधिक रहा। वहीं लॉकडाउन के दौरान अप्रैल में नए नामांकन 17,000, मई में 19,000, जून में 13,900 और जुलाई में 12,560 हुए हैं।
क्या है PM-SYM योजना
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना में 15 हजार रुपए से कम कमाने वाले इस पेंशन स्कीम का लाभ ले सकते हैं। इसे 18 से 40 साल की उम्र के लोग ले सकते हैं। योजना के तहत अलग-अलग उम्र के हिसाब से 55 रुपए से 200 रुपए महीने का निवेश किया जा सकता है। अगर आप इस योजना से 18 साल की उम्र में जुड़ते हें तो आपको हर महीने 55 जमा करने होंगे। ऐसा आपको 42 साल करने पर कुल निवेश 27,720 रुपए का होगा। जिसके बाद हर महीने आपको 3,000 रुपए की पेंशन आजीवन मिलेगी।
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